Table of Contents
एशिया महाद्वीप (Asia Continent)
सामान्य विशेषता :
यह विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है। इसका क्षेत्रफल सम्पूर्ण विश्व का लगभग 30% है तथा यहाँ विश्व की लगभग 60 % जनसंख्या निवास करती है।
क्षेत्रफल के द्वष्टिकोण से यह अफ्रीका महाद्वीप का लगभग डेढ़ गुना, यूरोपीय महाद्वीप का चार गुना तथा आस्ट्रेलिया का छः गुना है।
एशिया महाद्वीप के उत्तर में अंटार्कटिक महासागर एवं दक्षिण में हिन्द महासागर है।
एशिया के पूर्व में प्रशान्त महासागर एवं पश्चिम में यूराल पर्वत, कैस्पियन सागर, काला सागर एवं भूमध्य सागर अवस्थित है।
यूराल पर्वत, कैस्पियन सागर, काला सागर एवं भूमध्य सागर एशिया एवं यूरोप की सीमा बनाते है।
एशिया एवं अफ्रीका को लाल सागर एवं स्वेज नहर पृथक करते है।
बेरिंग जलसंधि एशिया महाद्वीप को उत्तरी अमेरिका से पृथक करती है।
विश्व का सबसे गहरा सागरीय गर्त मैरियाना गर्त एशिया के फिलीपीन्स द्वीप समूह के पास प्रशान्त महासागर में स्थित है।
एशिया महाद्वीप में स्थित अरब का प्रायद्वीप विश्व का सबसे बड़ा प्रायदीप है।
दो देश तुर्की एवं रूस एशिया एवं यूरोप दोनों महाद्वीपों में स्थित है।
विश्व की सबसे ऊँची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट (ऊंचाई – 8848 मी॰) नेपाल एवं चीन ( तिब्बत) की सीमा में हिमालय पर्वत श्रृंखला में स्थित है।
विश्व का सबसे निम्नतम भाग मृत सागर है जो इजरायल, फिलिस्तीन एवं जार्डन की सीमा से लगता है।
मध्य एशिया में स्थित पामीर का पठार ‘विश्व की छत’ कहलाता है यह विश्व का सबसे ऊँचा पठार है।
तिब्बत का पठार विश्व का सर्वाधिक विस्तृत (बड़ा)पठार है।
तिब्बत का पठार हिमालय एवं क्युनलुन पर्वत श्रेणियों के बीच स्थित है।
तिब्बत के पठार के उत्तर में चीन का तारिम मैदान (तकला मकान) तथा जुंगारियन बेसिन स्थित है।
विश्व की सर्वाधिक जनसंख्या वाले दो देश चीन एवं भारत एशिया में है।
एशिया में क्षेत्रफल की द्वष्टि से सबसे बड़ा देश चीन एवं सबसे छोटा देश मालद्वीप है।
एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा द्वीप बोर्नियो (इन्डोनेशिया द्वीप समूह में) है।
अदन (यमन), एशिया महाद्वीप का सबसे शुष्कतम स्थान है।
एशिया महाद्वीप की सबसे लम्बी नदी चीन की याग्ंतजी सिक्यांग है।
विश्व की सबसे बड़ी झील कैस्पियन सागर एशिया महाद्वीप में स्थित है।
एशिया महाद्वीप में विश्व का सबसे अधिक वर्षा वाला स्थान मासिनराम 405 मी-मी- (मेघालय) भारत में है।
एशिया महाद्वीप के स्थलरुद्व देशों में सबसे बड़ा कजाकिस्तान है जबकि दूसरा सबसे बड़ा स्थलरुद्व देश मंगोलिया है।
एशिया महाद्वीप में विश्व का सबसे लम्बा प्लेटफार्म खडगपुर (पं- बंगाल) भारत में स्थित है।
एशिया महाद्वीप का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन पेइचिंग (चीन) में स्थित है।
विश्व में सर्वाधिक डाकघरों वाला देश भारत है।
एशिया का सबसे गर्म स्थान जैकोबाबाद (पाकिस्तान) है।
विश्व की सर्वाधिक गहरी बैकाल झील (रूस)एशिया में स्थित है।
स्वेज नहर, लाल सागर एवं भूमध्य सागर को जोड़ती है। स्वेज नहर पर मिश्र का अधिकार है।
एशिया का सबसे ठंडा स्थान ‘बर्खोयांस्क’ है इसे ‘पृथ्वी का शीतध्रुव’ भी कहा जाता है।
तुर्की में स्थित अनातोलिया का पठार पॉण्टिक और टॉरस पर्वत श्रृंखलाओं के बीच में है।
ईरान का पठार एलब्रुज एवं जाग्रोस पर्वत श्रेणियों से घिरा है।
आर्कटिक महासागर में गिरने वाली एशिया की प्रमुख नदियां है यांग्तजी ओब, येनेसी, लीना है।
प्रशान्त महासागर में गिरने वाली एशिया की प्रमुख नदियां हैं आमूर, ह्नांगहो, मांटिजी, सिकियांग।
एशिया की हिंद महासागर में गिरने वाली प्रमुख नदियां हैं सिन्धु, इरावदी, ब्रह्मपुत्र, गंगा, मीकांग, दजलाफरात, सालवीन।
चीन की ह्यंगहो नदी प्रशान्त महासागर स्थित चिहली की खाड़ी में गिरती है इस नदी के किनारे जिनान, जेन्गजोऊ, एक्जियंन नगर स्थित है।
चीन की यांगटिसीक्यांग नदी दक्षिण-पश्चिम में त्शिघाई व कुनलुनशान के पूर्व से निकलकर शंघाई के पास ‘पूर्वी चीन सागर’ में गिरती है।
आमूर नदी शिल्का और अर्गन नदियों का मिलन है इसे चीन में ही-लुना-चिआन्ग कहते है यह नदी सखलिन द्वीप के पास ओखोटस्क सागर में गिरती है।
लीना नदी बैकाल झील के पास से निकलकर लप्टेव सागर में गिरती है।
एशिया की मीकांग नदी चीन, म्यांमार, लाओस, थाईलैण्ड, कम्बोडिया तथा विएतनाम जैसे देशों से प्रवाहित होकर हिंद महासागर में गिरती है।
मीकांग नदी म्यांमार-लाओस और लाओस-थाइलैण्ड की सीमा बनाती है।
मानवन बांध (चीन के युनान प्रांत) एवं पाक-मुन-बांध (थाइलैण्ड) का निर्माण मीकांग नदी पर किया गया है।
सालविन नदी चीन के तिब्बत से निकलकर मर्तबान की खाड़ी (अंडमान सागर) में गिरती है।
दक्षिण-पूर्व एशिया की सबसे बड़ी झील ‘टोनले सेप’ झील है जो कम्बोडिया में स्थित है।
वोल्गा नदी वल्दाई की पहाडियों की हिमानी झील से निकलकर कैस्पियन सागर में गिरती है।
‘क्वान्टों का मैदान’ जापान का सबसे बड़ा मैदान है।
‘मेनाम का मैदान’ थाइलैण्ड में स्थित है।
एशिया महाद्वीप में थाइलैण्ड विश्व का सर्वाधिक रबड़ उत्पादक देश है।
एशिया में विश्व की सर्वाधिक ऊँचाई पर स्थित खारे पानी की झील लद्दाख व तिब्बत स्थित पैनांग झील है।
एशिया में जापान में सर्वाधिक जलविद्युत का विकास हुआ है।
मलेशिया एशिया का सर्वाधिक टिन उपादन करने वाला देश है।
एशिया में चाय की कृषि मुख्यतः चीन, भारत, श्रीलंका, जापान और इंडोनेशिया के पर्वतीय ढालों पर की जाती है।
पाकिस्तान
उत्तरी-पश्चिमी सीमान्त प्रदेश (पाकिस्तान) में ‘खैबर दर्रा’ हिंदुकुश श्रेणी में तथा बोलन दर्रा’ किरथर श्रेणी में अवस्थित है।
‘नमक श्रेणी’ पाकिस्तान के पोटवार पठार के दक्षिण में स्थित है। ‘सकेसर’ इसका सर्वोच्च शिखर है।
‘कोहाट एवं बन्नू की घाटियां’ पाकिस्तान के ट्रांस सिंधु मैदान में स्थित है।
पाकिस्तान के साल्टरेंज में सेंधा नमक, जिप्सम एवं चूना पत्थर का उत्पादन होता है।
पाकिस्तान की दक्षिणवाहिनी सिंधु नदी के अरब सागर में गिरने से पूर्व इसमें झेलम, चिनाब, व्यास, रावी, सतलुज एवं काबुल नदियां आकर मिलती है।
पाकिस्तान की प्रमुख पर्वत श्रेणियां किरथर, सुलेमान, हिन्दुकश है।
पाकिस्तान के प्रमुख दर्रे खैबर, बोलन एवं गोलन है।
पाकिस्तान को ‘नहरों का देश’ कहा जाता है।
पाकिस्तान का ‘सुई एवं मियाल’ प्राकृतिक गैस एवं ‘क्वेटा’ कोयले के उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।
पाकिस्तान का सबसे बड़ा नगर कराँची है। इसी के निकट ‘काहुटा’ में ‘परमाणु शक्ति केन्द्र’ भी स्थित है।
पाकिस्तान के चश्मा एवं करांची में नाभिकीय विद्युत ऊर्जा संयंत्र स्थापित है।
नेपाल
नेपाल में मध्य हिमालय श्रेणी को ‘महाभारत श्रेणी’ कहा जाता है।
नेपाल का सबसे बड़ा नगर एवं राजधानी काठमांडु है एवं विराटनगर एक औद्योगिक नगर है।
नेपाल को हिमालय की गोद में स्थित होने के कारण प्रायः ‘हिमालयी राज्य’ कहा जाता है।
भूटान
भूटान को ‘लैंड ऑफ थंडरबोल्ट’ की उपमा दी जाती है।
भूटान की प्रमुख नदियां टोंसा, संकोश, वांग्चू, कुलोंग, मानस एवं नीक्री है।
भूटान में भारत के सहयोग पूर्ण होने वाली जलविद्युत परियोजनाएं है चुक्खा, संक्रोश एवं किरिछु।
भूटान का व्यावसायिक हृदय स्थल फुंटशोलिग है।
म्यांमार
म्यांमार उत्तर में चीन, पूर्व में लाओस, थाइलैण्ड एवं मलेशिया तथा पश्चिम में भारत और बांग्लादेश से घिरा है।
म्यांमार की पश्चिमी सीमा पर अराकानयोमा पर्वतश्रेणी तथा दक्षिण में टेनासिरम् योमा पर्वतश्रेणी अवस्थित है।
म्यांमार में शान का पठार एवं कायिन्नी पठार खनिजों से समृद्ध है।
‘कुलामांगडी’ (गांकर पुनसुम) भूटान का सर्वोच्च पर्वत शिखर है।
म्यांमार को ‘स्वर्ण पैगोडों का देश’ कहा जाता है।
इरावदी नदी को म्यांमार की जीवनधारा कहा जाता है। मांडले इसी के तट पर स्थित नगर है।
म्यांमार की सागवान की लकड़ी विश्व में सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है।
म्यांमार की सालवीन नदी के पूर्व में अफीम की खेती के लिए प्रसिद्ध ‘सुनहरा त्रिभुज’ (ळवसकमद ज्तपंदहसम) स्थित है।
बांग्लादेश
विश्व में सर्वाधिक जूट का उत्पादन बांग्लादेश करता है।
बांग्लादेश का सबसे बड़ा पत्तन चटगॉव है नारायण गंज ढाका का एक नदी पत्तन है।
बांग्लादेश में ज्वारीय वन पाये जाते है जिन्हे ‘सुन्दरवन’ कहा जाता है।
श्रीलंका
श्रीलंका को ‘पूर्व का मोती’ कहा जाता है।
श्रीलंका एवं भारत को ‘पाक जलसन्धि’ अलग करती है।
‘आदम का पुल’ भारत में रामेश्वरम् के निकट और श्रीलंका में तलैमन्नार के मध्य समुद्र में डूबी प्रवाल द्वीप की एक रेखा सी है।
श्रीलंका की सबसे ऊँची पहाड़ी चोंटी ‘पिदुरतालागाला’ है।
श्रीलंका की वाणिज्यिक राजधानी कोलम्बो एक प्राकृतिक बन्दरगाह एवं देश का सबसे बड़ा नगरीय क्षेत्र है।
श्रीलंका की प्रशासनिक राजधानी श्री जयवर्धने पुरा कोट्टे है।
श्रीलंका का पश्चिमी तट ‘नेगोम्बो सागर’ तट मत्स्य आखेट के लिए विख्यात है।
श्रीलंका विश्व के प्रमुख चाय उत्पादक एवं निर्यातक देशों में सम्मिलित है।
कैंडी श्रीलंका की पुरानी राजधानी थी।
श्रीलंका की प्रमुख सिंचाई परियोजनाएं महावेली गंगा, बाल वेली गंगा, गलओया एवं मालावन है।
चीन
चीन की प्रमुख पर्वत श्रेणियां कुनलुन, तिएनशान तथा नानशान है।
चीन में वी-हो नदी ‘चीन का पलना’ कहलाती है।
चीन के जेचवान प्रांत में सबसे अधिक वन है। ‘टुंग’ यहाँ का सबसे प्रमुख वृक्ष है।
चीन की जुंगारियन पर्वत श्रेणियां चीन की वनस्पति को दो भागों में विभक्त करती है।
चीन के जेचवान प्रान्त को ‘लाल बेसिन’ कहा जाता है। इस बेसिन को ‘चीन की वाटिका’ की उपमा दी जाती है।
चीन का खाद्यान्न उत्पादन में विश्व में प्रथम स्थान है।
शंघाई को ‘चीन का मानचेस्टर’ कहते है। यह देश का सबसे बड़ा पत्तन है।
चीन में वस्त्रेद्योग का संकेन्द्रण मुख्यतः यांगटिसीक्यांग एवं हृांगहो नदी की निचली घाटियों में है।
शेन्यांग को ‘चीन का पिट्सबर्ग’ कहा जाता है।
चीन के सीमावर्ती देश :
1- मंगोलिया 2- रूस 3- उत्तरी कोरिया
4- किर्गिस्तान 5- ताजिकिस्तान 6- अफगानिस्तान
7- भारत 8- नेपाल 9- पाकिस्तान
10- भूटान 11- म्यांमार 12- लाओस
13- वियतनाम 14- कजाकिस्तान
विश्व की सबसे बड़ी एण्टीमनी की खान चीन के युन्नान प्रांत में सिक्वांगशान में स्थित है।
चीन विश्व में सर्वाधिक टंगस्टन का उत्पादन करता है जो कियॉग्सी क्षेत्र से सर्वाधिक प्राप्त होता है।
चीन के जेचवान, कान्सु और सीक्यांग क्षेत्र पैट्रोलियम उत्पादन के लिए विख्यात है।
चीन विश्व में सर्वाधिक कोयले का उत्पादन करता है।
चीन में सर्वाधिक कोयले के भण्डार शेन्सी और शान्सी प्रांतो में मिलते है।
विश्व में सर्वाधिक एंथ्रेसाइट कोयले के भण्डार चीन में पाये जाते है।
जापान
जापान को ‘सूर्योदय का देश’ कहा जाता है।
जापान के चार सबसे बड़े द्वीप (उत्तर से दक्षिण क्रम में) होन्शु, होकैडो, क्यूशू तथा शिकोकू है।
जापान का सबसे बड़ा द्वीप होन्शु है जिस पर जापान का सबसे बड़ा मैदान क्वांटो, सुसुुप्त ज्वालामुखी फ्रयूजीयामा एवं फौसा मैगमा स्थित है।
मत्स्य उद्योग में चीन के बाद जापान का विश्व में दूसरा स्थान है।
जापान विश्व का सर्वाधिक जलपोत (जलयान) बनाने वाला देश है।
जापान का यावता नगर विश्व में जलयान निर्माण के लिए प्रसिद्ध है।
क्युशु द्वीप पर जापान का शहर नागासाकी बसा है।
कोबे जापान का एक महत्वपूर्ण बंदरगाह नगर है।
जापान का ओसाका-कोबे-क्योटो सूतीवस्त्र एवं जलयान बनाने के औद्योगिक केन्द्र है।
याकोहामा जापान का सबसे बड़ा प्राकृतिक पत्तन है।
जापान में सोने की मुख्य खाने ताकातोमा, कोनामाई, कुशीकिमो ताइयो आदि है।
जापान में चनोयू या चा-न्नू-यू नामक प्राचीन चाय उत्सव मनाया जाता है।
जापान का सबसे अधिक चाय उत्पन्न करने वाला प्रान्त शिशुओका है।
शहर उपनाम
नगोया जापान का डेट्रायट
नगोया जापान का ब्रेडफोर्ड
क्योटो छोटे कारखानों का नगर
ओसाका जापान का मानचेस्टर (पूर्व का मानचेस्टर)
इण्डोनेशिया
इण्डोनेशिया में 13000 से अधिक द्वीप है जिनमें केवल 6000 द्वीपों पर ही व्यक्तियों का निवास है। यह विश्व का सबसे बड़ा द्वीप समूह है।
इण्डोनेशिया के प्रमुख द्वीप कालीमंतान (बोर्नियो), अन्दलस (सुमात्र) जावा, बाली, मदुरा, इरियन जया (वेस्ट न्यूगिनी) और सुलावेसी है।
इन द्वीपों में बोर्नियो सबसे बड़ा तथा जावा सबसे छोटा द्वीप है।
इण्डोनेशिया का सर्वाधिक जनघनत्व वाला द्वीप जावा है।
‘सुन्डा जलसंधि’ जावा को सुमात्र से अलग करती है।
इण्डोनेशिया की राजधानी जकार्ता जावा द्वीप पर अवस्थित है।
जावा का प्रमुख बन्दरगाह एवं व्यापारिक केंद्र सुराबिया है।
जावा का प्रसिद्ध सक्रिय ज्वालामुखी ‘माउण्ट ब्रामा’ है।
इण्डोनेशिया के प्रमुख सक्रिय ज्वालामुखी सुमेरू, क्रोमो, अजुना, कैरोतोन्जी एवं क्रामाटोआ हैं।
इण्डोनेशिया विश्व में प्राकृतिक खड का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है।
‘मक्स्सार जलसंधि’ बोर्नियों को सेलीबस द्वीप के पृथक करती है।
इण्डोनेशिया विश्व का सबसे बड़ा सिनकोना उत्पादक देश है।
इण्डोनेशिया के बालिक पप्पन एवं समासिदा क्रमशः तेल शोधन तथा तेल एवं कोयला क्षेत्र के लिए विख्यात है।
इण्डोनेशिया के सुलावेसी द्वीप की मुख्य नृजाति मिनाहासा या मुलुका है।
‘बहासा’ इण्डोनेशिया की राष्ट्रभाषा है।
मलेशिया
मलेशिया दो भागों में बंटा हुआ है एक भाग मलाया प्रायद्वीप तथा दूसरा भाग पूर्वी मलेशिया है।
पूर्वी मलेशिया के दो प्रान्त सबाह एवं सारावक मुख्य है।
मलेशिया की राजधानी क्वालालम्पुर मलाया प्रायद्वीप के पश्चिमी तट पर गैम्बक एवं कोलांग नदी के संगम पर अवस्थित है।
मलेशिया की ‘किंता केलाग घाटी’ में स्थित ‘इपोह’ टिन खनन का प्रमुख केन्द्र है।
मलेशिया की ‘गोपेन खान’ विश्व की सबसे बड़ी टिन उत्पादक खान है।
मलेशिया के ‘पेनांग द्वीप’ में प्रमुख टिन प्रगलन केन्द्र है।
विश्व में सर्वाधिक तेल भंडार सऊदी अरब में पाये जाते है।
म्यांमार
म्यांमार विश्व में माणिक्य रत्न के लिए प्रसिद्ध है।
कम्बोडिया के दक्षिण में ‘एलीफैन्ट माउंटेन’ स्थित है।
लोओस के पूर्वी हिस्से में ‘अन्नमिते कार्डिलेरा’ का विस्तार है।
‘कागोन’ एक उष्णकटिबंधीय घास है जो ‘फिलीपीन्स’ में उगती है।
कर्क रेखा पर स्थित एशिया के देश
भारत
बाांग्लादेश
म्यांमार
चीन
ताईवान
सऊदी अरब
संयुक्त
अरब अमीरात
ओमान
एशिया के प्रमुख स्थलबद्ध देश
कजाकिस्तान (आकार में सबसे बड़ा)
अफगानिस्तान
मंगोलिया
भूटान
नेपाल
लाओस (दक्षिण पूर्व एशिया का एकमात्र स्थलरूद्ध देश है।)।
विषुवत रेखा पर स्थित देश
इण्डोनेशिया।
एशिया के प्रमुख द्वीप
नाम संबंधित देश
बोर्नियो -इंडोनेशिया
सुमात्र -इण्डोनेशिया
शिमोकू -जापान
सीबू -फिलीपीन्स
समार -फिलीपीन्स
जावा -इण्डोनेशिया
साबाह -मलेशिया
एशिया के प्रमुख झील
झील देश
कैस्पियन सागर – अजरबेजान, ईरान, कजाखस्तान, रूस और तुर्कमेनिस्तान
अरल सागर – रूस
बाल्खश झील – कजाकिस्तान
इसुक कुल झील – र्किगिस्तान
अलेकॉल झील – कजाकिस्तान
सेवाना झील – आर्मेनिया
एशिया के बड़े मरूस्थल
मरूस्थल देश
अरब -दक्षिण पश्चिम एशिया
गोबी -मंगोलिया व चीन
काराकुम – तुर्कमेनिस्तान
काविर -ईरान
काजिलकुम -कजाकिस्तान व उजबेकिस्तान
लुत -ईरान
नेजेव -इजरायल
एशिया के बड़े सागर
सागर अवस्थिति
1- बेरिंग सागर – प्रशांत महासागर / रूस के उत्तर-पूर्व (एशिया और उ० अमेरिका के अलग करता है।)
2- ओखोटस्क सागर – प्रशांत महासागर / रूस के पूर्व में
3- सुलू सागर – प्रशांत महासागर / फिलीपीन्स द्वीप के पश्चिम में
4- बांदा सागर – प्रशान्त महासागर / सेलेबीज द्वीप के पूर्व में
5- सेलेबस सागर- प्रशांत महासागर / सेलीबज द्वीप के उत्तर में
6- टाैंकिन खाड़ी – चीन सागर / वियतनाम के पूर्व में
7- ओब खाड़ी- आर्कटिक महासागर / यमल एवं गायदा प्रायद्वीप (रूस में)
8- फर्न्लोस सागर- प्रशान्त महासागर / सेलेबीज सागर के दक्षिण में
एशिया की प्रमुख जलसंधियां
नाम किसको पृथक करती है / किसको जोडती है ?
1- डारडनेलस जलसंधि – एशिया-यूरोप / मरमरा सागर-भूमध्य सागर
2- बास्पोरस जलसंधि – एशिया-यूरोप / काला सागर-मरमरा सागर
3- जाहौर जलसंधि- सिंगापुर-मलेशिया / दक्षिण चीन सागर-मलक्का जल संधि
4- लूजोन जलसंधि- ताइवान-लूजोन (फिलीपीन्स) / दक्षिण चीन सागर-प्रशांत महासागर
5- मकस्सार जलसंधि- बोर्नियो-सेलीबीज द्वीप / सेलीबीज सागर एवं जावा सागर
6- होरमुज जलसंधि – संयुक्त अरब अमीरात-ईरान / फारस की खाडी-ओमान की खाडी